
एक तरफ जहाँ देश में हिंदू मुस्लिम को लेकर लोगों में भेदभाव है, तो वही धामपुर के रहने वाले मौहम्मद सलीम हर साल महाशिवरात्रि के त्यौहार पर अपने हाथों से कांवड़ बनाकर बेचने का काम करते हैं, मौहम्मद सलीम अपने हाथों से कावड़ बनाकर हिन्दू मुस्लिम भाईचारे की एकता की मिसाल पेश कर रहे है, बता दें कि एक मार्च को महाशिवरात्रि का त्यौहार है ऐसे में मुस्लिम कारीगर मौहम्मद सलीम का परिवार पिछले लगभग 50 वर्षो से कई कांवड़ बना कर साम्प्रदयिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहा है, धामपुर के मेन पोस्ट ऑफिस के पास रहने वाले सलीम अहमद का परिवार पिछले 50 सालों से शिव भक्तों के लिए कांवड़ बनाने का कार्य कर रहे हैं, उनके परिवार में 3 पीढ़ियों से यह काम हो रहा है, सलीम का परिवार सांप्रदायिक सौहार्द और हिंदू मुस्लिम एकता का उदाहरण बना हुआ है, सलीम अहमद बताते हैं कि पहले उनके दादा अब्दुल मजीद ने यह काम शुरू किया था, अब उनका काम लकड़ी की चिक और अन्य सामान बनाने का है, लेकिन साथ ही महाशिवरात्रि के पर्व के चलते वह बड़ी संख्या में कांवड़ भी बनाते हैं, उन्होंने बताया कि कुछ लोग पहले से आर्डर भी देते हैं लेकिन करीब 1 हफ्ते तक चलने वाले काम के दौरान वह 50 से 70 कावड़ तक बनाते हैं, उन्होंने बताया कि पिछले 2 साल से कोरोना काल के चलते काम बिल्कुल बंद था लेकिन इस बार अभी तक लगभग 15 कावर बिक चुकी है|