
राधा अष्टमी एवं धार्मिक संस्था श्री रामकृष्ण सत्संग मंडल की 38वीं वर्षगांठ पर चांदपुर नगर के मोहल्ला साहूवान स्थित पंडित गुरु नेतराम जी के मंदिर में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस अवसर पर मंदिर में राधा जी के चरित्र का वाचन किया गया।पंडित अजय कुमार कौशिक ने राधा जी के चरित्र को सुनाते हुए कहा कि राधा जी भगवान श्री कृष्ण की आहलादिनी शक्ति है। राधा जी स्वयं श्री कृष्ण का ध्यान करती हैं तथा श्री कृष्णा स्वयं राधा जी का ध्यान करते हैं।राधा की भक्ति के कारण भगवान कृष्ण ने अपने नाम के पहले राधा शब्द लगाया। इसलिए राधा कृष्ण कहा जाता है ।कृष्ण राधा नहीं, राधा जी भगवान कृष्ण से बड़ी थी। राधा जी का वास्तविक जन्म भादो मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मथुरा के निकट रावल ग्राम में हुआ था।राधा जी के पिता का नाम वृषभानु तथा माता का नाम कीर्ति था। भगवान कृष्ण की सखियों में राधा जी का भक्ति के कारण विशेष स्थान है। वेदव्यास जी द्वारा लिखित श्री भागवत जी में राधा जी के नाम का उल्लेख नहीं है, श्री राम कृष्ण मंडल के अध्यक्ष सुखदेव भाटिया ने 38 दीप प्रज्वलित किये। कार्यक्रम में मिथिलेश मुद्गल,विकास बस्सी, मुकेश मोहन शर्मा , श्याम बाबू गुप्ता, सुधीर अग्रवाल,नमन कौशिक, शिवम अग्रवाल, रामकृष्ण कौशिक, निशांत कुमार, मनोज गोयल,बिट्टू अग्रवाल, संकेत अग्रवाल एडवोकेट, क्रीश अग्रवाल, दीपक कौशिक, सुरभि अग्रवाल ,सुनीता कौशिक, आदि भक्त उपस्थित रहे।