अमरोहा जनपद के हसनपुर कोतवाली इलाके के गांव रुस्तमपुर में रहने वाले किसान की 21 साल की बेटी कविता की बुखार से मौत हो गई। उसे पांच दिन पहले बुखार आया था, पीड़ित का मुरादाबाद के निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। बुधवार को कविता की बरात आनी थी। उसकी मौत के बाद दोनों परिवारों में शादी की खुशियां काफूर हो गई, बता दें कि पूरा मामला हसनपुर तहसील क्षेत्र के गांव रुस्तमपुर खादर का है। यहां गांव निवासी चंदकिरन का परिवार रहता है। उनके परिवार में पत्नी के अलावा तीन बेटी और एक बेटा है। चंदकिरन गांव में दूसरे किसानों की जमीन बटाई पर लेकर परिवार का पालन पोषण करते हैं। उन्होंने अपनी बड़ी बेटी कविता की शादी रहरा थाना क्षेत्र के गांव पतेई खादर में तय की थी। बुधवार को बरात आनी थी। लेकिन पिछले पांच दिन से अचानक बुखार आने के बाद कविता की तबीयत बिगड़ गई।
स्थानीय चिकित्सकों से दवा ली, लेकिन उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ। जिसके बाद परिजनों ने उसे मुरादाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां मंगलवार की रात करीब तीन बजे कविता की मौत हो गई। जिसके बाद शादी की खुशियां मातम में बदल गई। परिजनों ने रात्रि मे ही इसकी सूचना वर पक्ष को दी। बुधवार की सुबह शव गांव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों के मुताबिक डॉक्टर ने दो दिन पहले ही कविता के नहीं बचने की बात कह दी थी। इसलिए परिजनों ने घर पर आने वाले रिश्तेदारों, हलवाई व टेंट वालों को वापस लौटा दिया था। परिवार वालों की इच्छा थी कि यदि कविता के स्वास्थ्य में सुधार होगा तो दूल्हे पक्ष के कुछ लोगों को बुलाकर सामान्य रूप से फेरे कराने के बाद उसे विदा कर देंगे। लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। तीन बहनों में सबसे बड़ी कविता थी। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक तीन बहनों में सबसे बड़ी थी। वही उसकी मौत से उसकी बहन वर्षा, काजल तथा भाई प्रिंस का रो रोकर बुरा हाल है। वही मृतक की मां का करीब 10 साल पहले बीमारी के चलते देहांत हो गया था।