
बिजनौर में जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की दरियादिली उस वक्त देखने को मिली जब कलेक्ट्रेट परिसर में एक विकलांग व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ डीएम से मिलने जा रहा था तभी जिला अधिकारी अपनी गाड़ी में बैठकर जा रहे थे जैसे ही जिलाधिकारी ने विकलांग व्यक्ति को देखा तो डीएम द्वारा अपनी गाड़ी रुकवा दी गई और विकलांग व्यक्ति के पास खुद जाकर उससे बातचीत की तो पता चला कि विकलांग व्यक्ति भी डीएम साहब से मिलने आया था और अपने लिए ट्राई साइकिल की मांग करने डीएम कार्यालय पहुंचा था बिजनौर डीएम उमेश मिश्रा के इस मानवीय चेहरे की पूरे कलेक्ट्रेट परिसर में प्रशंसा की जा रही है|