
धामपुर शुगर मिल ने पेराई सत्र 2022-23 में देश व् प्रदेश में गन्ना पेराई का नया कीर्तिमान स्थापित कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जिसके तहत ही आज धामपुर शुगर मिल के अध्यक्ष सुभाष पान्डे्य द्वारा आज चीनी मिल के सभागार में प्रेस वार्ता की गई, जिसमे क्षेत्रीय किसानों, ट्रान्सपोटर्स, मीडिया, श्रमिक/किसान संगठनों तथा प्रशासन की सराहना की और धन्यवाद व आभार व्यक्त किया, उन्होने कहा कि आज आप सबकी वजह से धामपुर शुगर मिल ने अपने पुराने सभी पेराई रिकार्डस को तोड़ते हुए देश /प्रदेश में गन्ना पेराई में प्रथम स्थान प्राप्त करने में सफलता हासिल की है, उन्होने बताया कि चीनी मिल ने अपना गन्ना पेराई सत्र 31 मई 2023 को समाप्त कर दिया है, पेराई सत्र में चीनी मिल ने 215 कार्य दिवसों में 265.05 लाख कुन्तल गन्ना पेराई की है जो पिछले वर्श से 21.76 लाख कुन्तल अधिक है, गन्ना आयुक्त भुस रेड्डी द्वारा चीनी मिल के लिए किये गये कार्यो की भूरी-भूरी प्रशंसा की, चीनी मिल के अध्यक्ष ने अवगत कराया कि कोई भी उपलब्धि जब मिलती है तो उसका श्रेय सफल प्रबन्धन को जाता है एवं प्रबन्धन की सबसे बड़ी खासियत होती है कि समय के अनुसार निर्णय लें
उन्होंने बताया कि प्लांट में निरंतरता आयी है, चीनी की गुणवत्ता बढ़ी है, आसवनी व कोजन की वर्किंगं मे भी सुधार आया है जिसका पूरा श्रेय धामपुर षुगर मिल में कार्यरत मेहनतकश कर्मचारीगण, विभागाध्यक्ष व सैक्षन हैड को जाता है। जो कुछ कमिया इस पेराई सत्र में सामने आयी है उनको आफ सीजन में दूर कर लिया जायेगा । इसके अलावा उन्होंने बताया कि आगामी पेराई सत्र में प्रतिदिन औसत पेराई क्षमता 1 लाख 25 हजार कुन्तल प्रतिदिन से बढ़ाकर 1 लाख 40 हजार कुन्तल प्रतिदिन की जायेगी, उसके लिए चीनी मिल में ट्रक ट्रिपलर लगाया जा रहा है जो लगभग तीन माह में लगकर तैयार होगा, पत्रकारों के द्वारा वार्ता के दौरान पूछे गये सवालों के जवाब में सुभाष पान्डेय ने बताया कि गन्ना विकास के लिए फरवरी 2023 में आठ करोड़ का बजट मिला था उसके अनुरुप गन्ना विकास पर कार्य चल रहा है, इस वर्श 20 करोड़ का अन्य बजट प्लांट सुधार हेतु मिला है तथा रिपेयर मैन्टिेंन्स के लिए और भी बजट मिला है। उनका प्रयास है कि क्षेत्रीय जनता का जितना लाभ हो उसके लिए धामपुर शुगर मिल आगामी पेराई सत्र में कार्य करेगी । गत सत्र में 842 करोड़ का गन्ना भुगतान किया गया था, इसके सापेक्ष इस सत्र में लगभग 911 करोड़ का गन्ना मूल्य भुगतान किया जा रहा है, जिसका सीधा फायदा क्षेत्रीय किसानों एवं स्थानीय बाजार को मिलेगा, स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया गया है तथा सामाजिक दायित्वों के निर्वाहन में ग्राम मोहड़ा तथा मिर्जापुर पल्ला में हैडंपपों तथा लगभग 160 मैडिकल कैम्प तथा तालाबो का जीर्णोद्वार किया गया है । गन्ना विकास के लिए किसानों को कल-पुर्जे द्वारा स्वाबलम्बी बनाने के लिए अनुदान दिये जाने की प्राविधान सी0एस0आर0 के माध्यम से किया जा रहा है।