एसबीडी महाविद्यालय में हिंदी दिवस के उपलक्ष में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, छात्र-छात्राओं सहित अध्यापकों ने हिंदी को विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा बताया, साथ ही अपने दैनिक इस्तेमाल में हिंदी का प्रयोग किए जाने का आहवान किया, एसबीडी कालेज के कॉन्फ्रेंस हाल में आयोजित हुए कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि एसडीएम मनोज कुमार, विशिष्ट अतिथि सीओ इन्दु सिद्धार्थ, प्राचार्या प्रो. अर्चना सिंह, डा. शंकर लाल शर्मा, हिन्दी विभागाध्यक्ष डा. पूनम चौहान, डा. अल्पना सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया, छात्रा अजरा परवीन ने सरस्वती वंदना ’’हे शारदे मां, बुद्धि-विनय का हमें ज्ञान दो’’ प्रस्तुत की। छात्रा त्रिशा शर्मा ने कविता ’’हिन्दी बोलने में शरमाते है’’ प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं मुख्य वक्ता को स्मृति चिह्न देकर सम्मनित किया। प्रो. रंजू सिंह ने गोपाल सिंह नेपाली की कविता ’’हिन्दी है’’ प्रस्तुत की। अजरा ने ’ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन’ मनमोहक आवाज में प्रस्तुत किया। हिन्दी विभाग की ओर से हस्तलिखित पत्रिका ’अन्विति’ का लोकार्पण अतिथियों के द्वारा किया गया। पत्रिका के एक लेख का पाठ छात्रा तनिषा बिष्ट ने किया। सुभद्रा कुमारी चौहान की ओजपूर्ण कविता ’’झंासी की रानी’’ का पाठ कु. आरजू ने कर छाप छोडी। अतिथियों ने हिंदी पखवाड़ा में होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेकर स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिताओ में प्रतिभाग करने वाली अन्य छात्रा कु. शीतल रानी, शिवानी रानी, निशा, कीर्ति, शिवानी, अर्चना तोमर, माशरूका परवीन, तबस्सुम परवीन रही। हिन्दी विभागाध्यक्ष डा. पूनम चौहान ने स्वरचित गीत ’’स्वर्णिम अतीत अपना दोहराते क्यों नही’’ ंके माध्यम से छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए हिन्दी अपनाने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर डा. पंकज कुमार, श्रीमती सीमा कौशिक, डा. ललिता शर्मा, डा. चारू अग्रवाल, डा. रेनू चौहान, श्रीमती रंजू सिंह, श्रीमती रितु कौशिक का विशेष सहयोग रहा। संचालन डा. अल्पना सिंह ने किया।