
नजीबाबाद निवासी रूचि का शव लखनऊ में एक नाले में पड़ा मिला, बता दें कि नजीबाबाद के गांव महावतपुर बिल्लौच निवासी मध्यमवर्गीय किसान चौधरी योगेंद्र सिंह की पुत्री रुचि चौधरी पुलिस मुख्यालय लखनऊ में कार्यरत थी, बता दें कि रूचि चौधरी ट्रेनिंग के लिए बिजनौर आया जाया करती थी जहां उसका एक सिपाही के साथ प्रेम प्रसंग शुरू हो गया जिसके चलते उन दोनों ने शादी कर ली, पहली पोस्टिंग बाराबंकी के लिए हुई जहां दोनों साथ रहा करते थे, उसके बाद दोनों में आपस में अनबन शुरू हो गई, जिसके चलते रूचि चौधरी का ट्रांसफार पुलिस मुख्यालय लखनउ के लिए हुआ, इसी बीच उसकी फेसबुक के जरिये प्रतापगढ़ के रानीगंज में तैनात नायब तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव से बातचीत शुरू हुई, जो आगे चलकर गहरे संबंधों में तब्दील हो गई, जिसके बाद रूचि चौधरी की ड्यूटी 13 फरवरी को पुलिस मुख्यालय में थी लेकिन वो ड्यूटी पर नही पहुंची, जिसके बाद उसकी तलाश शुरू की गई, जांच पड़ताल के बाद रूचि चौधरी का शव लखनऊ में पीजीआई स्थित नाले में पड़ा मिला, जिसके बाद मृतका के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया, रूचि चौधरी की मौत के बाद परिजनों में भी कोहराम मचा हुआ है, वहीं पूरे गांव में भी शोक का माहौल है, वहीं पुलिस मृतका के हत्या के कारणों का पता लगाने में जुट गई है|