
धामपुर के एसबीडी कालेज में भारतीय भाषाओं के प्रचार प्रसार के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कालेज की छात्राओं ने देश में बोली जाने वाली भाषाओं को लेकर पक्ष और विपक्ष में अपने विचार रखे, कालेज के सभागार में आयोजित हुए कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि प्राचार्या प्रो. अर्चना सिंह, डा. पूनम चौहान, राधा कृष्ण कटियार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया, कुं निषा द्वारा सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की गई, स्वागत गीत कु. ईशी ने गाया, वक्ताओं ने कहा कि भारतीय भाषा, संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ के तत्वाधान में यह कार्यक्रम भारतीय भाषाओं के प्रचार एवं प्रसार के सन्दर्भ में किया जा रहा है, सर्वप्रथम भारतीय भाषाओं की जननी संस्कृत के व्याख्यान से शुभारम्भ किया गया, संस्कृत भाषा भारतीय भाषाओं एवं संस्कृति का मूल है, संस्कृत भाषा कठिन नहीं अपितु रूचि होने पर सरल है, कु. आफरीन, कु. ईशी शर्मा, अनुभव शर्मा, कु. त्रिशा शर्मा, कु. परम ज्योति ने अपनी प्रस्तुति प्रस्तुत की, प्राचार्या प्रो. अर्चना सिंह ने कहा कि संस्कृत पूर्ण परिष्कृत वैज्ञानिक भाषा है, इसमें कभी किसी भी सुधार की आवश्यक्ता नहीं है, कार्यक्रम का संचालन डा. पायल शर्मा एवं डा. रेनू चौहान ने संयुक्त रूप से किया।